प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : स्वदेशी का संकल्प और राष्ट्र निर्माण के प्रेरक – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
जनकलम संपादक विकास कुमार की रिपोर्ट
अनूपपुर, 16 सितम्बर 2025।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को जन्मदिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी परिश्रम, पुरुषार्थ और सेवा के प्रेरणादायी प्रतीक हैं। “परिश्रम में जो तपा है, उसने ही इतिहास रचा है, जिसने फौलादी चट्टानों को तोड़ा है, उसने ही समय को मोड़ा है। समय को मोड़ देने का भी यही समय है, सही समय है।” यह उद्घोष करने वाले हमारे प्रेरक और मार्गदर्शक प्रधानमंत्री जी को जन्मदिन पर शुभकामनाएँ देना मेरे लिए गर्व का विषय है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश आ रहे हैं और धार जिले के भैंसोला ग्राम में देश के पहले “पीएम मित्र पार्क” की आधारशिला रखेंगे। इसके साथ ही वे ‘स्वस्थ नारी-सशक्त परिवार और पोषण अभियान’ तथा ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े’ का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 8.5 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री का स्वागत और अभिनंदन किया।
डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र और समाज सेवा का उदाहरण है। कश्मीर में धारा 370 का उन्मूलन, श्रीराम मंदिर निर्माण, ‘स्वच्छ भारत अभियान’, आयुष्मान भारत, मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना और जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उन्होंने समाज के हर वर्ग तक विकास और सेवा का लाभ पहुँचाया है। इंदौर की स्वच्छता हो या चंद्रयान की सफलता—यह सब मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व की देन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी ने भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। 11 साल पहले भारत विश्व की 11वीं अर्थव्यवस्था था, आज तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। रक्षा, अंतरिक्ष, तकनीक और व्यापार में भारत नई मिसालें कायम कर रहा है।
महिलाओं और युवाओं के लिए उनकी योजनाएँ ऐतिहासिक हैं—उज्ज्वला योजना, महिला आरक्षण, लखपति दीदी अभियान, प्रधानमंत्री रोजगार योजना और कौशल विकास कार्यक्रम ने करोड़ों परिवारों को आत्मनिर्भर बनाया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से 81 करोड़ नागरिकों को राहत मिली और जल जीवन मिशन ने 15 करोड़ घरों तक नल का जल पहुँचाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का नेतृत्व सेवा, त्याग, अनुशासन और स्वदेशी का प्रतीक है। उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका कल्याण’ का मार्ग दिखाया है। “आज हम सभी उनके जन्मदिवस पर यह संकल्प लें कि उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए राष्ट्रहित में कार्य करेंगे और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देंगे।”