🚨 अनूपपुर में भ्रष्टाचार का भयंकर खुलासा 🚨
रिश्वतखोरी के जाल में फंसा किसान – वीडियो वायरल, प्रशासन कटघरे में
अनूपपुर।जनकलम संपादक विकास कुमार
जिले की ग्राम पंचायत पसला से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यहाँ के आरआई (राजस्व निरीक्षक) गनीसाय पैकरा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में आरआई को एक गरीब किसान कैलाश राजपूत से रिश्वत लेते हुए साफ देखा जा सकता है।
💸 रिश्वत की रकम और खेल

किसान के मुताबिक,
अधिकारी ने उससे 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की।
मजबूरी में किसान ने 25,000 रुपये की पहली किस्त अधिकारी को थमा दी।
इसके बावजूद किसान का नक्शा तारमीन (भूमि का दुरुस्ती नक्शा) न तो बना और न ही स्वीकृत हुआ, बल्कि रद्द कर दिया गया।
किसान कैलाश राजपूत का कहना है कि उसने कर्ज लेकर यह रकम दी थी, उम्मीद थी कि उसका काम हो जाएगा, लेकिन परिणाम उल्टा निकला।
📲 सोशल मीडिया पर बवाल
वीडियो वायरल होते ही लोगों में गुस्सा है।
ग्राम पंचायत से लेकर जिला मुख्यालय तक लोग सवाल पूछ रहे हैं –
👉 जब गरीब किसान से ही रिश्वत ली जाएगी तो आम जनता को न्याय कैसे मिलेगा?
👉 आधे पैसे लेकर भी काम न करना क्या “डबल शोषण” नहीं है?
👉 ऐसे अधिकारी पर क्या कड़ी कार्रवाई होगी?
⚡ प्रशासन पर दबाव
यह मामला केवल एक किसान का नहीं है, बल्कि यह उस गंभीर भ्रष्टाचार तंत्र की झलक है, जो基层 स्तर पर आम नागरिकों को प्रताड़ित कर रहा है।
लोग मांग कर रहे हैं कि –
आरआई गनीसाय पैकरा को तुरंत निलंबित किया जाए।
एंटी करप्शन ब्यूरो इसकी जांच करे।
पीड़ित किसान को न्याय और मुआवज़ा मिले।
🚨 सरकार पर सवाल
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि –
👉 क्या सरकार इस मामले पर संज्ञान लेगी या फिर यह भी एक “वायरल खबर” बनकर रह जाएगी?
👉 किसानों की मेहनत और हक़ पर हो रहे ऐसे अत्याचार कब थमेंगे?
✍️ यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं और आम जनता किस तरह पिस रही है। अब नज़रें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या वास्तव में दोषी पर कार्रवाई होगी या नहीं।