उज्ज्वला परिवार का विस्तार : नवरात्रि पर नारी शक्ति को बड़ा उपहार
जनकलम संपादक विकास कुमार की रिपोर्ट
नई दिल्ली। नवरात्रि के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माताओं-बहनों को विशेष सौगात देते हुए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 25 लाख नए निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन देने की घोषणा की है। इस निर्णय के बाद उज्ज्वला परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर 10.60 करोड़ हो जाएगी।
केंद्र सरकार प्रत्येक नए कनेक्शन पर लगभग ₹2,050 खर्च करेगी, जिससे लाभार्थियों को न केवल एलपीजी सिलेंडर बल्कि गैस चूल्हा और रेगुलेटर भी मुफ्त मिलेगा। वर्तमान में उज्ज्वला परिवारों को रसोई गैस पर ₹300 की सब्सिडी दी जा रही है, जिसके चलते उनका सिलेंडर मात्र ₹553 में रिफिल हो जाता है। यह कीमत दुनियाभर के अधिकांश एलपीजी उत्पादक देशों से भी कम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति का स्वरूप माना गया है। नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना होती है और उसी भाव को आत्मसात करते हुए यह योजना महिलाओं को सम्मान और सशक्तिकरण का अवसर प्रदान कर रही है। उज्ज्वला योजना ने न केवल रसोई को धुएँ से मुक्त किया है बल्कि माताओं-बहनों के जीवन में स्वास्थ्य, सम्मान और खुशहाली का उजाला भी फैलाया है।
उज्ज्वला योजना ने गरीब और ग्रामीण परिवारों की जीवनशैली को बदला है। पहले जहाँ महिलाओं की आँखों में धुआँ और हाथों में छाले होते थे, वहीं अब उनकी रसोई मुस्कुराहट और सेहत की खिलखिलाहट से भरी है। नवरात्रि के पहले दिन दिया गया यह उपहार मातृशक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
जनकलम संपादक विकास कुमार की रिपोर्ट
नई दिल्ली। नवरात्रि के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माताओं-बहनों को विशेष सौगात देते हुए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 25 लाख नए निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन देने की घोषणा की है। इस निर्णय के बाद उज्ज्वला परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर 10.60 करोड़ हो जाएगी।

केंद्र सरकार प्रत्येक नए कनेक्शन पर लगभग ₹2,050 खर्च करेगी, जिससे लाभार्थियों को न केवल एलपीजी सिलेंडर बल्कि गैस चूल्हा और रेगुलेटर भी मुफ्त मिलेगा। वर्तमान में उज्ज्वला परिवारों को रसोई गैस पर ₹300 की सब्सिडी दी जा रही है, जिसके चलते उनका सिलेंडर मात्र ₹553 में रिफिल हो जाता है। यह कीमत दुनियाभर के अधिकांश एलपीजी उत्पादक देशों से भी कम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति का स्वरूप माना गया है। नवरात्रि में माँ दुर्गा के नौ रूपों की आराधना होती है और उसी भाव को आत्मसात करते हुए यह योजना महिलाओं को सम्मान और सशक्तिकरण का अवसर प्रदान कर रही है। उज्ज्वला योजना ने न केवल रसोई को धुएँ से मुक्त किया है बल्कि माताओं-बहनों के जीवन में स्वास्थ्य, सम्मान और खुशहाली का उजाला भी फैलाया है।
उज्ज्वला योजना ने गरीब और ग्रामीण परिवारों की जीवनशैली को बदला है। पहले जहाँ महिलाओं की आँखों में धुआँ और हाथों में छाले होते थे, वहीं अब उनकी रसोई मुस्कुराहट और सेहत की खिलखिलाहट से भरी है। नवरात्रि के पहले दिन दिया गया यह उपहार मातृशक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।