रामनगर डोला में गणेश पूजा महोत्सव का शुभारंभ, भक्ति और उत्साह का उमड़ा सैलाब

रामनगर डोला।
श्री सिद्धि विनायक गणेश पूजा समिति रामनगर डोला में इस वर्ष भी गढ़ नायक भगवान श्री गणेश जी का भव्य स्वागत किया गया। भक्ति और आस्था से ओत-प्रोत यह आयोजन पिछले 25 से 30 वर्षों से निरंतर होता आ रहा है और अब यह क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान बन चुका है।
भूरा केवट जी ने रखी थी परंपरा की नींव
इस गणेश महोत्सव की परंपरा की शुरुआत श्री भूरा केवट जी ने की थी। समय के साथ इस आयोजन में पूरे गांववासियों की भागीदारी बढ़ती गई और अब यह महोत्सव केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और गांव की पहचान बन चुका है।
गणेश स्थापना और भक्तों का उत्साह
गणपति बप्पा को बड़े धूमधाम से विधि-विधान के साथ यथास्थान विराजमान किया गया। इस दौरान समिति के पदाधिकारी और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे। श्रद्धालु नाच-गान, ढोल-नगाड़ों और भजन-कीर्तन की गूंज के बीच ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारे लगाते हुए गणेश जी की प्रतिमा स्थापना स्थल तक लेकर पहुँचे।
सहयोगियों का विशेष योगदान
पूरे आयोजन में दीपक, सरद, संतोष, सिद्धार्थ, दिव्यांशु, पवन, मुरली, सतीश, शारदा माराबी, द्वारिक सिंह, विरुन, महाबली, राहुल, शुभम सहित अनेक भक्तों का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने मिलकर आयोजन को भव्य और सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला
गणेश महोत्सव के अवसर पर गांव में प्रतिदिन पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। शाम के समय गांव की गलियों और पंडालों में धार्मिक गीतों और आरती की गूंज से वातावरण और अधिक भक्तिमय हो उठा है।
गांववासियों ने बताया कि आने वाले दिनों में सांस्कृतिक मंचन, नाटक, झांकी और सामूहिक भंडारा भी आयोजित किया जाएगा। श्रद्धालु दूर-दूर से दर्शन करने के लिए पहुँच रहे हैं, जिससे गांव में मेले जैसा माहौल बन गया है।
भाईचारे और एकता का प्रतीक
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह आयोजन सिर्फ पूजा-अर्चना तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गांववासियों में आपसी भाईचारे और एकता की मिसाल भी प्रस्तुत करता है। सभी लोग एक साथ मिलकर इस महोत्सव को सफल बनाने में जुटते हैं, जिससे सामाजिक समरसता और सौहार्द्र को बढ़ावा मिलता है।
📌 संवाददाता – विकास कुमार
संपादक – जनकलम न्यूज़, डोला